शहर में बनेगा साढ़े 10 किमी का साइकिल ट्रैक
सतना | स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहरवासियों को जल्द ही साइकिल ट्रैक की सौगात मिलने वाली है। 5 करोड़ 23 लाख रुपए की लागत से साढे 10 किमी साइकिल ट्रैक का निर्माण किया जाएगा। इस कार्य के पहले चरण की शुरुआत अगले एक- दो दिनों में होने जा रही है। पहले चरण का काम पन्ना नाका से सोहावल मोड़ तक लगभग चार किमी का होगा। साइकल ट्रैक बनाने का काम अगले 6 माह में पूरा कर लिया जाएगा।
साइकिल ट्रैक के निर्माण के पहले चरण में पन्ना नाका से सोहावल मोड़ तक लगभग चार किमी का काम होगा। इसके लिए सर्वे का कार्य पूरा किया जा चुका है, वैसे यह कार्य कोठी मोड़ से होना है लेकिन अभी कोठी मोड़ से पन्ना नाका के बीच सर्वे का काम नहीं हो सका है। बताया जाता है कि कोठी मोड़ से पन्ना जाने वाले रास्ते में लेफ्ट साइड में तीन मीटर चौड़ाई का साइकिल ट्रैक बनेगा जो लगभग चार किमी का होगा।
भोपाल और लखनऊ में किया है काम
सतना में साइकिल ट्रैक बनाने का काम जिस केएमजीएस कम्पनी को मिला है उसी कम्पनी ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत प्रदेश की राजधानी भोपाल और यूपी की राजधानी लखनऊ में भी साइकिल ट्रैक बनाने का काम किया है। भोपाल और लखनऊ में कम्पनी द्वारा किए गए काम को देखकर उम्मीद जताई जा रही है कि यह प्रोजेक्ट अपने तय समय पर पूरा होगा। पहले चरण का काम जहां एक-दो दिन में शुरू होने वाला है वहीं अभी लगभग 6 किमी साइकिल ट्रैक के सर्वे का काम बकाया है। खासतौर पर सर्किट हाउस चौराहे से रीवा रोड की तरफ बनने वाले ट्रैक का सर्वे अभी नहीं हुआ है।
शेफ्टी का भी ख्याल
जिले में बनने जा रहे पहले साइकिल ट्रैक में शेफ्टी का भी विशेष ध्यान रखा गया है। बताया जाता है कि मुख्य सड़क से इस ट्रैक को अलग रखते हुए एक डिवाइडर बनाया जाएगा व सेफ्टी पोल भी स्थापित किए जाएंगे, जिससे टैÑक पर साइकल चलाने वालों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
शहरी जीवन शैली में स्वास्थ्य के प्रति सचेत हो रहे लोगों में साइकिलिंग को लेकर रुझान बढ़ा है। प्रस्तावित साइकिल ट्रैक से साइकिलिंग में रुचि रखने वाले लोगों को एक सुगम सुरक्षित और सुविधाजनक ट्रैक मिल सकेगा। शरीर को स्वस्थ रखने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में साइकिल की अहम भूमिका के मद्देनजर अन्य व्यक्ति भी इससे साइकिल के प्रयोग के लिए प्रेरित होंगे। कोरोना जैसी गंभीर बीमारियों में व्यायाम और शारीरिक गतिविधियों की बढ़ती आवश्यकता के मद्देनजर भी यह ट्रैक लोगों के लिए फायदेमंद और रुचिकर साबित होगा।
अमनबीर सिंह बैस, आयुक्त नगर निगम