25 किलोमीटर हुआ निर्माण, पड़ गई 25 दरारें

रीवा | रायपुर से सीतापुर तक बनने वाली टूलेन सड़क में जगह-जगह पड़ चुकी दरारें घटिया निर्माण की पोल खोल रही हैं। हैदराबाद की जिस एएनएच कंपनी द्वारा सड़क निर्माण का कार्य किया जा रहा है, उसकी लागत 1962 लाख रुपए बताई गई है। ताज्जुब की बात यह है कि सीतापुर से हिनौती तक बन चुकी सड़क में 25 से ज्यादा दरारें पड़ गई हैं। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की देखरेख में बनने वाली  इस सड़क ने विभाग के अधिकारियों को भी कठघरे में खड़ा कर दिया है।

गौरतलब है कि कई वर्षों से जर्जर हो चुकी रायपुर से सीतापुर मार्ग के लिए टेण्डर किया गया। सड़क निर्माण का कार्य भी शुरू हुआ परंतु जिस कंपनी ने इस निर्माण कार्य की जिम्मेदारी ली है उसके द्वारा कराए जा रहे निर्माण कार्य की गुणवत्ता सड़क को देखने से ही मालूम हो जाती है। 1962 लाख रुपए की लागत से बनने वाली यह सड़क मई 2021 में पूरी होगी। हालांकि अभी तक मात्र 25 किलोमीटर तक ही कार्य हो पाया है, 20 किलोमीटर कार्य अभी पूरा किया जाना शेष है। ऐसे में 6 महीने के अंदर निर्माण कार्य पूरा हो पाएगा या नहीं यह आने वाला समय बताएगा। सीतापुर से रायपुर तक बनने वाली टूलेन पीसीसी सड़क का निर्माण जिन अधिकारियों की देखरेख में किया जा रहा है, उससे यह स्पष्ट होता है कि सड़क को बगैर देखे ही उसका मूल्यांकन कर राशि का भुगतान कर रहे हैं।

हो चुका आधा भुगतान
लोक निर्माण विभाग की रायपुर से सीतापुर तक बनने वाली टूलेन सड़क निर्माण की एजेंसी एएनएच कंपनी दिल्ली को अब तक आधे से ज्यादा भुगतान किया जा चुका है। जबकि सड़क का निर्माण अभी आधा भी नहीं हुआ है। बताया गया है कि इस सड़क की देखरेख पीडब्ल्यूडी विभाग के एसडीओ एसबी सिंह कर्चुली एवं इंजीनियर अनुरोध पाण्डेय तथा प्रीति सिंह की देखरेख में चल रहा है। अगर इसी तरह का निर्माण हुआ तो रायपुर तक  निर्माण होने के बाद सड़क गड्ढों में तब्दील हो जाएगी।

रायपुर से सीतापुर टूलेन मार्ग का निर्माण किस कंपनी द्वारा किया जा रहा है एवं इसकी लागत क्या है, सड़क पूरी होने की अवधि क्या है, इस तरह के बोर्ड निर्माण एजेंसी द्वारा कहीं नहीं लगाए गए हैं। ऐसे में यह साफ जाहिर होता है कि विभाग एवं निर्माण एजेंसी ने सड़क निर्माण की जानकारी छिपाकर रखी है। ताज्जुब की बात यह है कि इस सड़क में सरिया का उपयोग बिल्कुल भी नहीं किया गया है वहीं जो सीमेंट लगाई गई है वह या तो पूरी तरह से घटिया किस्म की है या कम मात्रा में उसका उपयोग किया गया है। यही वजह है कि सड़क में दरारें पड़नी शुरू हो गइ्र हैं।

सीतापुर से रायपुर टूलेन सड़क का निर्माण दिल्ली की एक कंपनी कर रही है। कार्य गुणवत्ता पूर्ण किया जा रहा है। लगातार मेरे द्वारा उसकी मॉनीटरिंग की जा रही है। अगर उसमें किसी प्रकार की त्रुटि होगी तो कार्रवाई कर उसे ठीक किया जाएगा।
जीआर गुजरे, सीई पीडब्ल्यूडी