कोविड काल के बीच स्कूलों की एडमीशन प्रक्रिया शुरू
रीवा | कोविड काल में अभी स्कूलें शुरू होंगी या नहीं इस पर ही असमंजस बरकरार है। मगर सरकार ने इस विषम परिस्थिति में स्कूलों की एडमीशन प्रक्रिया शुरू जरूर कर दी है। सोचने वाली बात यह है कि शासन स्कूली छात्रों के स्वास्थ्य को खुद ही खतरे में डालने में तुल गई है। दबे पांव एडमीशन प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। अब छात्र और उनके अभिभावक प्रवेश पाने के लिए स्कूलों की तरफ दौड़ लगाने लगे हैं।
31 तक बंद रखने के थे निर्देश
ज्ञात हो कि मानव संसाधन मंत्रालय एवं मप्र शासन सहित माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 31 जुलाई तक स्कूल खुलने पर पाबंदी लगाई हुई थी। यहां तक कि शिक्षकों को भी स्कूल आने से मनाही थी। सिर्फ प्राचार्य और लिपिकीय स्टाफ को रोजाना स्कूल जाना था। मगर इस नियम का पालन नहीं हुआ। 31 जुलाई भी करीब नहीं आई और एडमीशन प्रक्रिया शुरू कर दी गई। ऐसे में तो शासन ने खुद ही अपने आदेश से किनारा काटते हुए दूसरी कार्रवाई को अपनाने के निर्देश दे दिए हैं। पिछले तीन दिन से स्कूलों में शिक्षक और छात्रों की भीड़ जुटना शुरू हो गई। जहां रीवा जिले में अब कोरोना बम फूटता नजर आने लगा है। एक साथ 10 से 15 लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में छात्रों का स्कूल जाकर एडमीशन कराना स्वास्थ्य के साथ जोखिम लेने जैसा है।
जुटने लगी छात्रों की भीड़
स्कूलों की एडमीशन प्रक्रिया शुरू होते ही छात्रों की स्कूलों में भीड़ लगने लगी है। प्रतिदिन 100 से 120 विद्यार्थी एडमीशन के लिए पहुंच रहे हैं। भले ही प्रवेश आॅनलाइन होना है मगर इसकी जानकारी लेने के लिए छात्र स्कूल की ओर भाग रहे हैं। मार्तण्ड स्कूल, गवर्नमेंट स्कूल क्र. 1, 2, पीके स्कूल, मॉडल स्कूल जैसे तमाम सरकारी स्कूलों में अब भीड़ जुटने लगी है।
कोरोना से बचाव के इंतजाम नहीं
स्कूलों की हालत तो यह है कि न तो यहां पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो पाता है और न ही यहां आने वाले लोगों को सेनेटाइज करने की कोई व्यवस्था है। जिन सरकारी स्कूलों में बच्चों को बैठने के लिए टाट पट्टी नहीं है, वहां कोरोना से बचाव के साधन कैसे उपलब्ध हो सकते हैं। यहां तक कि स्कूलों में साबुन और पानी की व्यवस्था नहीं है और इस बीच एडमीशन प्रक्रिया शुरू करके विद्यार्थियों और यहां काम करने वाले शिक्षकों के लिए खतरा बढ़ गया है।
कैफे सेंटर में लगेगी भीड़
एडमीशन तो आॅनलाइन किए जाने की व्यवस्था की गई है मगर इससे कैफे सेंटर में भी तो भीड़ लगेगी। अगर विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को घर से ही एडमीशन करने की प्रक्रिया समझ में आती तो शहर में कैफे सेंटर संचालित न होते। मॉडल स्कूल में 11वीं के प्रवेश हेतु पंजीयन शुरू हो गया है। 16 जुलाई से 24 जुलाई तक फार्म भरा जा सकता है। जो एमपी आॅनलाइन के जरिए भरा जाएगा। इसी प्रकार ज्यादातर स्कूलों के एडमीशन एमपी आॅनलाइन से ही होंगे।