कोरोना से बचाव के लिए जागरुक होना जरूरी: सांसद
रीवा | कलेक्ट्रेट सभागार में जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित की गयी। बैठक में सांसद जनार्दन मिश्र ने कहा कि अनलॉक होने तथा बड़ी संख्या में लोगों के जिले के बाहर से आने के कारण कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कठोर उपाय आवश्यक है। घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनने तथा 2 गज की दूरी बनाकर रखने के निर्देशों का बहुत कम लोग पालन कर रहे हैं।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए आमजन को जागरूक करना आवश्यक है। केवल प्रशासन के प्रयासों से इसमें सफलता नहीं मिलेगी। लोगों को जागरूक करने के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग लिया जा सकता है। अनलॉक होने के बाद लगभग सभी दुकानें खुल गयी हैं। दुकानों में शासन के निर्देशों की अवहेलना की जा रही है। निर्देशों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करें।
सांसद श्री मिश्र ने कहा कि सभी व्यापारी स्वयं मास्क पहने तथा दुकान में काम करने वाले सभी कर्मचारियों को भी मास्क पहनना अनिवार्य करे। जो व्यक्ति मास्क न लगाये हो तथा फिजिकल दूरी का पालन न कर रहा हो उसे सामग्री प्रदान न करे। पुलिस अधीक्षक अनावश्यक घूमने वाले लोगों, मास्क न पहनने वाले तथा अव्यवस्था फैलाने वालों पर कड़ी कार्यवाही करें।
बैठक में राज्य सभा सांसद श्री राजमणि पटेल ने कहा कि लॉकडाउन के कारण छोटे दुकानदारों तथा फुटकर व्यापारियों को बहुत हानि हुई है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रतिबंधात्मक उपाय करते समय इनकी आजीविका का ध्यान रखा जाय। विधायक गुढ़ नागेन्द्र सिंह ने बैठक में कहा कि कोरोना संकट को दूर करने के लिए कठोर उपाय आवश्यक हैं। हर व्यक्ति को जिम्मेदारी लेनी होगी।
जांच में लापरवाही है संक्रमण फैलने की वजह
बैठक में कलेक्टर इलैयाराजा टी ने कहा कि जिले में पिछले तीन दिनों में कोरोना संक्रमण के कई प्रकरण आये हैं, नगर पंचायत हनुमना में ही दो दिनों में 21 प्रकरण मिले हैं। संक्रमण का प्रमुख कारण बाहर से आने वाले व्यक्तियों का जांच न करना तथा क्वारेंटाइन न होना है। हनुमना, चाकघाट तथा जिले के अन्य प्रमुख प्रवेश स्थलों पर शीघ्र ही जांच नाके बनाये जायेंगे।
जिले में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जांच कराने तथा 14 दिन क्वारेंटाइन करने की व्यवस्था की जायेगी। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए शासन के निर्देशों तथा जिला आपदा प्रबंधन समिति में प्राप्त निर्देशों के अनुरूप कार्यवाही की जायेगी। कोरोना का संक्रमण रोकने के साथ-साथ गरीबों की आजीविका चलती रहे इसके लिए प्रयास किये जायेंगे। जिले में कोरोना के उपचार के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध है।