ट्रांसपोर्ट की आड़ में गिट्टी की तस्करी
रीवा | रीवा-सतना से उत्तरप्रदेश को जाने वाली गिट्टी के काले कारोबार पर पुलिस एवं खनिज विभाग ने चुप्पी साध ली है। रोजाना दो दर्जन से ज्यादा ट्रक बगैर कागजात के चोरी छिपे इलाहाबाद एवं मिर्जापुर पहुंच रहे हैं। दरअसल ट्रांसपोर्ट की आड़ में की जा रही गिट्टी की तस्करी की योजना हाइवे के पास बने हरी मिर्च ढाबे से की जा रही है। इस कारोबार को अंजाम देने वाले माफिया पर विभागीय अधिकारियों की छत्रछाया बताई जा रही है। ज्यादातर ट्रक यूपी के हैं जो बनकुइयां, बैजनाथ, मद्धेपुर, कचूर, बेला एवं दादर की गिट्टी लेकर जा रहे हैं।
लम्बे अरसे से गिट्टी का अवैध कारोबार करने वाले माफिया पर प्रशासन की नजर नहीं पड़ रही है। बेला, बैजनाथ एवं सतना जिले के विभिन्न क्रेशरों से उत्तरप्रदेश जाने वाली गिट्टी का कारोबार जेपी रोड में हाइवे के किनारे बने हरी मिर्ची ढाबे के पास महेन्द्र गुप्ता ट्रांसपोर्ट द्वारा किया जा रहा है। बताया गया है कि श्री गुप्ता द्वारा गिट्टी की खरीद एवं बिक्री की जाती है परंतु स्टाक कहां किया जाता है इसकी जानकारी किसी को नहीं है। विभागीय अधिकारियों की छत्रछाया में चल रहे गिट्टी के काले कारोबार से शासन को लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान हर माह हो रहा है।
चौंकाने वाली बात यह है कि महेश गुप्ता ट्रांसपोर्ट रीवा द्वारा जो गाड़ियां यूपी भेजी जाती हैं, उनमें गिट्टी तो ओवरलोड रहती है परंतु जो टीपी चालक को दी जाती है, उसमें कम लोड दर्शाया जाता है। ऐसे में जहां रायल्टी के रूप में मिलने वाली राशि से शासन को नुकसान होता है, वहीं यूपी जाने वाली गिट्टी भी क्रेशर संचालक द्वारा दी जाने वाली गलत टीपी से पहुंच रही है। हालांकि ओवरलोड ट्रक में कम गिट्टी दर्शाने का मामला ट्रांसपोर्टर महेश गुप्ता एवं क्रेशर संचालक व विभागीय अधिकारियों तक ही सीमित है।
ढाबे के पास से बनती है रणनीति
हाइवे के किनारे बने हरी मिर्ची ढाबा के पास महेश गुप्ता ट्रांसपोर्ट की आफिस खोली गई है जहां से अवैध रूप से उत्तरप्रदेश को परिवहन की जाने वाली गिट्टी की रणनीति बनती है। ताज्जुब की बात यह है कि खरीददार फोन द्वारा ट्रांसपोर्टर को आर्डर देते हैं और यहां से ट्रक लोड होकर यूपी के लिए रवाना हो जाते हैं। बताया गया है कि ज्यादातर गाड़ियां यूपी की हैं जो ट्रांसपोर्ट में अटैच की गई हैं। इन गाड़ियों से फर्जी टीपी, रमन्ना पर जाने वाली गिट्टियों पर शक भी नहीं हो पाता और वह सीमा पार कर जाते हैं।
थानों में बंधा है कमीशन
रीवा एवं सतना से यूपी जाने वाली गिट्टी की खेप में क्रेशर संचालकों द्वारा महेश गुप्ता ट्रांसपोर्टर के माध्यम से थाने भी अपने पक्ष में कर लिए हैं। ज्यादातर देर रात निकलने वाली गिट्टी की खेप बेरोकटोक एमपी की सीमा पार कर यूपी पहुंच जाती है। हालांकि परिवहन की जाने वाली गिट्टी की जानकारी मार्ग में बने पुलिस थाने के अधिकारियों को होती है परंतु खनिज माफिया द्वारा बनाए गए तालमेल से उस गिट्टी को बार्डर पार जाने की पूरी छूट रहती है। यह कारोबार काफी समय से चल रहा है जिस पर अभी तक विराम नहीं लग पाया है।
रीवा एवं सतना से अवैध परिवहन कर लाई जाने वाली गिट्टी ज्यादातर ऐसे रास्ते से निकाली जाती है जहां पर न तो थाने ही पड़ते हैं और न ज्यादा आवागमन रहता है। बनकुइयां, बेला, बैजनाथ से जो गिट्टी यूपी जाती है वह रीवा से बैकुण्ठपुर बाया लालगांव, कटरा होते हुए इलाहाबाद पहुंचती है। जबकि सतना जिले के क्रेशरों से जाने वाली गिट्टी चचाई से सिरमौर बाया क्योंटी होकर कटरा पहुंचती है।
बीते कुछ महीनों पहले कलेक्टर द्वारा दिए गए सख्त निर्देश के बाद खनिज एवं पुलिस विभाग की कार्रवाई में दो दर्जन से ज्यादा अवैध परिवहन करते हुए ट्रकों को सिरमौर के पास चचाई में पकड़ा गया था। इन ट्रकों के पास न तो ईटीपी ही थी और ओवरलोड भी पाए गए थे। दरअसल प्रधानमंत्री रोड से गुजरने वाले गिट्टी से लदे भारी ट्रक प्रधानमंत्री सड़क को क्षतिग्रस्त तो कर ही रहे हैं साथ ही अवैध परिवहन कर शासन को राजस्व का चूना लगा रहे हैं।
बगैर ईटीपी के कोई भी गाड़ियां नहीं जा रही हैं। हमारे द्वारा अवैध परिवहन की कई बड़ी कार्रवाइयां भी की गई हैं। तब से यह बंद है। ट्रांसपोर्टर द्वारा अगर ऐसा किया जा रहा है तो मैं कल उसकी पूरी जानकारी इकट्ठी कर अभियान चलाकर कार्रवाई करूंगा।
रत्नेश दीक्षित, जिला खनिज अधिकारी