ब्रिज पर बसें भर रहीं सवारियां, न जुर्माने का भय न लाइसेंस निरस्तगी का डर

सतना | पिछले कुछ दिनों से देखने में आ रहा है कि ओवर ब्रिज में एक बार फिर से बसें खड़ी होने लगी हैं और सवारियां बैठाने लगी हैं,जबकि पूर्व में सुगम यातायात के लिए सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में लिए गए निर्णयों में से एक निर्णय यह भी था कि यदि कोई बस ओवर ब्रिज में खड़ी होती तो बसों के खड़े होने और सवारियां बैठाने पर बस जब्त की जाएगी और तो और किसी प्रकार के हादसे की स्थित में बस का परमिट व बस चालक का लाइसेंस निरस्त किया जाएगा लेकिन आज तक एक भी बस न तो जब्त की गई न हीं किसी बस का परमिट निरस्त किया गया।

लेकिन बस आॅपरेटर हैं कि सुधरने का नाम नहीं ले रहे। उन्हें न तो जुर्माने का भय है और न ही बस चालकों को लाइसेंस निरस्त होने का डर, तभी तो तमाम दिशा-निर्देशें  के बावजूद लगातार ओवरब्रिज में बसें खड़ी हो रही हैं और सवारियां भर रही हैं। यहां उल्लेखनीय है कि ओवरब्रिज में खड़ी होने वाली बसों को सुगम यातायात में एक बड़ी बाधा माना गया है, जिसे देखते हुए ब्रिज में बसें खड़ी कर वहां सवारियां बैठाने पर जुर्माने  व ड्राइवर का लाइसेंस निरस्त करने का निर्णय लिया गया था, इसके बावजूद व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हो रहा। रोजाना बसें ब्रिज में खड़ी हो रही हैं।

लगता है जाम 
शहर में इन-दिनों सबसे ज्यादा जाम सर्किट हाउस चौराहा व ओवरब्रिज में लगता है, इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि ब्रिज में बसें खड़ी होकर सवारियां बैठाती हैं, जिससे यातायात अवरुद्ध होता है। ब्रिज के ऊपर थोड़े समय के लिए ही यातायात अवरुद्ध होने मात्र से चौराहे में जाम लग जाता है।

शहर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए जितने भी जरूरी कदम हो सकते हैं वे सभी उठाए जा रहे हैं। सड़कों में खड़े होने वाले वाहनों की वजह से भी कई बार जाम की स्थिति निर्मित होती है उसे देखते हुए ऐसे वाहनों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्र्रवाई की जाएगी। ओवर ब्रिज में सवारियां बैठाने वाली बसों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। 
राजेन्द्र सिंह राजपूत, यातायात प्रभारी