कुलाधिपति कल व्हीसी के उम्मीदवारों से करेंगी आॅनलाइन इंट्रेक्शन
रीवा। अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय को जल्द नया कुलपति मिलने वाला है। सूत्रों से पता चला है कि सोमवार को विश्वविद्यालयों की कुलपति और मप्र की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल कुलपति चयन कमेटी द्वारा मनोनीत किए गए पांच अंतिम उम्मीदवारों से आॅनलाइन इंट्रेक्शन करेंगी और संभवत: सोमवार को ही विश्वविद्यालय के नए कुलपति का नाम घोषित हो जाएगा।
स्थानीय शिक्षाविद को नहीं मिल रहा अवसर
रीवा विश्वविद्यालय से किसी भी प्रोफेसर को कुलपति के साक्षात्कार के लिए नहीं बुलाया गया। जबकि यहां भी कई अनुभवी प्रोफेसर हैं जिन्होंने कुलपति के लिए आवेदन किया था। इंटरव्यू के बाद स्पष्ट हो चुका था कि जो भी विश्वविद्यालय के नए व्हीसी बनेंगे वह बाहरी होंगे। बहरहाल पिछले कुलपति प्रो. पियूष रंजन अग्रवाल और प्रो. केएन सिंह यादव भी अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के शिक्षाविद में से नहीं थे। इनसे पहले प्रो. रहस्यमणि मिश्रा को कुलपति बनाया गया था। डॉ. पियूष रंजन अग्रवाल के इस्तीफा के बाद प्रो. पाठक को कुलपति का प्रभार दिया गया। मगर लम्बे समय से किसी यूटीडी के शिक्षाविद को अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय का नियमित कुलपति नहीं चुना जा रहा है।
अंतिम पांच नामों में यह शामिल
सूत्रों से पता चला है कि कुलपति सर्च कमेटी ने कुल पांच अंतिम नामों को चुना। विश्वविद्यालय का नया कुलपति कौन बनेगा यह सिर्फ राज्यपाल के हाथ में है। सोमवार को सभी शिक्षाविदों से आॅनलाइन इंट्रेक्शन करने के बाद राज्यपाल संभवत: उसी दिन नए वाइस चांसलर का नाम घोषित कर सकती हैं। पता चला है कि चित्रकूट विश्वविद्यालय डॉ. भरत मिश्रा, राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से भोपाल से प्रो. आलोक चौबे, करैली महाविद्यालय के प्राचार्य राजकुमार आचार्य और रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर से डॉ. आरएम मिश्रा एवं कानपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता अंतिम पांच नाम हैं।
हालांकि सूत्रों से पता चला है कि डॉ. भरत मिश्रा और प्रो. राजकुमार आचार्य के बीच विश्वविद्यालय का कुलपति बनने को लेकर कड़ी टक्कर हो सकती है। इन दो नामों के पीछे उच्च स्तर से सिफारिशें राजभवन तक पहुंच रही हैं। बहरहाल अंतिम निर्णय राज्यपाल का ही होगा, जिसे वह चुनेंगी वही विश्वविद्यालय के नए कुलपति बनेंगे।