विभाग ने तैयार किया प्रस्ताव: निरस्त की जाएंगी 95 खदानें, शामिल हैं 66 गिट्टी और 29 लेट्राइट की माइन्स
सतना | जिले में डेढ़ सौ से दो सौ ऐसे खदानें हैं जिन्हे स्वीकृत तो करा लिया गया पर उनमें खनन कार्य नहीं किया जा रहा है ऐसी खदानों की लीज को निरस्त कराया जाएगा। इस सम्बंध में खनिज विभाग ने एक प्रस्ताव तैयार किया है जिसमें पहले दौर में जिले की 95 खदानों को निरस्त कराने का प्लॉन है। बताया जाता है कि इन खदानों का संचालन नहीं होने से शासन को राजस्व की हानि हो रही है। इसे देखते हुए कलेक्टर अजय कटेसरिया ने ऐसी खदानों के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए थे, जिनमें लम्बे समय से खनन नहीं हो रहा है। कलेक्टर के निर्देश के बाद ही खनिज विभाग द्वारा यह प्रस्ताव तैयार किया गया है। प्रस्ताव में 66 गिट्टी और 29 लेट्राइट और ओकर क्ले की खदानें हैं जिन्हे निरस्त कराया जाना है। र्
तीस दिन का रहेगा समय
जिला खनिज अधिकारी सत्येन्द सिंह के मुताबिक इन सभी 95 लीजधारियों को उनकी लीज को निरस्त करने से पहले एक नोटिस जारी की जाएगी। नोटिस का जबाव देने के लिए लीजधारियों के पास तीस दिनों का समय होगा। इस दौरान वे इस बात का जबाव देंगे कि आखिर क्यों उनकी लीज में खनन का कार्य नहीं चल रहा। जबाव संतोष जनक नहीं होने पर लीज निरस्त करने का प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा जाएगा।
159 की निरस्तगी का जा चुका है प्रस्ताव
लीज स्वीकृति कराकर उनमें खनन न करने वाले लोगों के खिलाफ जिले में यह कोई पहली कार्रवाई नहीं होगी। इससे पूर्व भी जिले के 159 खनिज पट्टे निरस्त करने के प्रस्ताव पूर्व में भी शसन को भेजे जा चुके हैं जिनमें राजसव की हानि होने का उल्लेख करते हुए इन खनिज पट्टों को निरस्त करने की अनुशंसा की गई है। ये सभी खदाने लाइम स्टोन से जुड़ी हुई हैं।
निरस्त होगी सपा नेता की खदान
सपा नेता राजेश दुबे की मुरूम खदान निरस्त होगी। लीज निरस्त किए जाने सम्बंधी नोटिस कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अजय कटेसरिया ने जारी किया है। यह नोटिस खनिज अधिकारी के उस प्रस्ताव पर जारी की गई है जिसमें खदान के संचालन में नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है। बताया जाता है कि कोटर तहसील के चितगढ़ में राजेश को लगभग दस एकड़ में आराजी नम्बर 116/1 क में मुरूम की खदान स्वीकृत है जिसमें लम्बे समय से कागज में खनन बंद हैं। इस खदान का खनिज विभाग ने 15 दिसम्बर को निरीक्षण किया था और 18 को अपनी जांच रिपोर्ट कलेक्टर को दी थी। चार खदानों का हुआ था निरीक्षण, खनिज अधिकारी के प्रस्ताव पर कलेक्टर ने जारी किया नोटिस।
अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन
सूत्रों के मुताबिक नियम विरूद्व संचालित हो रही खदान और लेटराइट के अवैध उत्खनन के चलते निरस्तगी का नोटिस जारी किया गया है। आरोप है कि स्वीकृति आदेश,अनुबंध की शर्तों एवं नियमों का उल्लंघन करने तथा शासन की देय राशि का समय पर भुगतान नहीं करने पर कार्रवाई की गई है। बताया जाता है कि सरकारी खजाने का 7.5 लाख बकाया है, जो अभी तक जमा नहीं किया गया है। नोटिस का जबाव समाधानकारक नही मिलने पर शासन को भेजा जाएगा निरस्तगी का प्रस्ताव।
15 को किया गया था निरीक्षण
कोटर तहसील के अंतर्गत आने वाला चितगढ़ इन दिनों अवैध उत्खनन का एक बड़ा अड्डा बन चुका है। यहां से लगातार अवैध उत्खनन की शिकायतें आ रही थीं जिसे देखते हुए। 15 दिसम्बर को जिला खनिज अधिकारी और उनकी टीम ने कोटर के चितगढ़ में चल रही खदानों का मौके पर जाकर निरीक्षण किया। जिला खनिज अधिकारी सत्येन्द्र सिंह ने बताया कि कमलेश सिंह, राजेश दुबे, श्रीमती निर्मला खेमका और विसम्भर अग्रवाल की खदानों का निरीक्षण किया गया। श्री सिंह के मुताबिक कहीं साइन बोर्ड नहीं पाए गए तो कहीं पर प्लॉन के हिसाब से काम होता नहीं मिला। बताया जाता है कि कमलेश सिंह के नाम पर खनिज लेटराइट ओकर क्ले की खदान है स्वीकृत है, राजेश के नाम पर मुरूम की और श्रीमती निर्मला खेमका पति उमेश खेमका के नाम पर खनिज लेटराइट, ओकर एवं व्हाइट क्ले की खदान स्वीकृत है।
मंहगी पड़ी शिकायत
खननकरोबार से जुड़े सूत्रों पर भरोसा करें तो सपा नेता राजेश दुबे ने ही पूर्व में चितगढ़ व उसके आस- पास हो रहे अवैध उत्खनन की शिकायत की थी जबकि इसके विपरीत राजेश के खिलाफ ग्रामीणों ने भी मुरुम के नाम पर लेटेराइट का उत्खनन करने और माइनिंग एरिया से बाहर अवैध उत्खनन कराने का आरोप लगाते हुए शिकायत की थी। ग्रामीणों की यिाकायत पर पिछले दिनों खनिज विभाग ने खदान से कई सेंपल भी लिए थे।
कराया जाए मूल्यांकन
जानकारों का कहना है कि सर्वाधिक अवैध खनन लीज के आड़ में किया जाता है इसलिए जरूरी है कि जब से खदान चालू हुई तब से उसका मूल्यांकन कराया जाए कि यहां कितना मटेरियल था और कितना निकाला गया। ऐसा करने से अवैध उत्खनन की सच्चाई अपने आप सामने आ जाएगी।
अवैध उत्खनन में संलग्न और नियम विरूद्ध चल रही कुछ खदानों का निरीक्षण प्रतिवेदन खनिज अधिकारी द्वारा दिया गया था उसी आधार पर खदानों को निरस्त करने की नोटिस जारी की गई है।
अजय कटेसरिया, कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट
कोटर तहसील के चितगढ़ में चल रही चार खदानों का निरीक्षण किया गया था। निरीक्षण के दौरान जो कमियां पाई गई उसकी जांच रिपोर्ट कलेक्टर को दी गई है। इस पर क्या कार्रवाई हुई उसकी जानकारी नहीं है।
सत्येन्द्र सिंह, जिला खनिज अधिकारी
मेरी खदान निरस्त करने का कोई आदेश मुझे नहीं मिला है और न ही इससे जुड़ी कोई नोटिस। जहां तक खदान के संचालन में नियमों के पालन की बात है तो पूरे नियम - कायदे के साथ खदान का संचालन किया जा रहा है फिलहाल मौके पर खदान बंद है। स्थानीय लोगों द्वारा अवैध उत्खनन किया जा रहा है इसकी कई बार शिकायत कर चुका हूं।
राजेश दुबे, सपा नेता