अपराधियों पर पुलिस कैसे कसती है नकेल, जानेंगे सतना के 3 सौ छात्र
सतना | समाज को दूषित करने वाले अपराधियों के खिलाफ पुलिस कैसे कार्रवाई करती है और अपराधियों पर पुलिस कैसे नकेल कसती है? अब पुलिसिया गुर सतना के 3 सौ छात्र जानेंगे। केन्द्र सरकार की स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना में खाकी के तौर- तरीके और लॉ- एंड- आर्डर कैसे कायम रखा जाता है? सतना के विद्यार्थी यह भी सीखेंगे। इसके लिए शनिवार को एसपी ने जिला शिक्षा अधिकारी के साथ स्कूलों के प्राचार्यो की बैठक कंट्रोल रूम में ली है। बता दें कि भारत सरकार की इस योजना में सतना जिले के तीन सौ विद्यार्थियों को शामिल किया गया है।
3 साल तक पुलिस के साथ रहेंगे स्टूडेंट
भारत सरकार गृह मंत्रालय की योजना एसपीसी के तहत सतना के तीन सौ छात्रों को शामिल किया गया है जो 8वीं से 10 क्लास तक के हैं। सबसे पहले योजना में 8वीं के छात्रों को शामिल किया जाएगा, इसके बाद वही छात्र 9वीं में और 10वीं में इस योजना का हिस्सा होगा। जानकारी के अनुसार जिले के चयनित छात्रों को तीन साल तक पुलिस के साथ रहना होगा। हालांकि इनके अध्यापन का कार्य भी जारी रहेगा, ऐसा नही है कि लगातार इन्हें विद्यालय छोड़ पुलिसिया गुर सीखने खाकी के पास रहना होगा। योजना के तहत जब भी कोई टूर या ट्रेनिंग होगी तब छात्रों को पुलिस के साथ जाना होगा।
इनडोर-आउटडोर होगी ट्रेनिंग
स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना में सतना की 19 स्कूलें शामिल हुई हैं, इन स्कूलों के कुल 3 सौ छात्रों को योजना में शामिल होने का सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ है। शनिवार को कंट्रोल रूम में जिला शिक्षा अधिकारी और स्कूल प्राचार्यो के साथ एसपी ने बैठक कर योजना के बारे में जानकारी दी और बताया कि इन छात्रों को समय-समय पर इनडोर - आउटडोर की ट्रेनिंग दी जाएगी। तीन सौ छात्रों को सतना से पुलिस कैडेट बनाया जाएगा। एसपी धर्मवीर सिंह ने प्राचार्यो को बताया कि पुलिस कैडेट पढाई भी करेंगे और सामाजिक सरोकार के बारे में उन्हें बताया व सिखाया जाएगा, कानून का पालन कैसे करना है और समाज में रहते हुए दूसरों को कानूनी जानकारी कैसे देना है? इसकी ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए हर स्कूल को 50 हजार रुपए का बजट केन्द्र सरकार द्वारा दिया गया है।
पुलिस के साथ प्रशासन सिस्टम की होगी जानकारी
पुलिस कैडेट बनने वाले छात्रों को केन्द्रीय कारागार के साथ पुलिस थानों का समय- समय पर विजिट कराया जाएगा। प्रशासन व पुलिस के काम करने का सिस्टम क्या है? इसकी जानकारी छात्रों को होगी। गृह मंत्रालय की यह योजना छात्रों को अनुशासित करेगी, कानून का पालन करने वाला बनाएगी एवं बाहरी कामकाज के साथ पुलिस की मौजूदगी में उन अपराध नियंत्रण के बारे में भी बताया जाएगा। मीटिंग के दौरान एसपी ने डीईओ व प्राचार्यो से बताया कि सरकार ने जो बजट दिया है वह स्कूलों को दिया जाएगा और उस बजट का कैसे उपयोग करना है इसकी जानकारी भी मिलेगी।