चित्रकूट से अयोध्या रवाना हुई कामदगिरि शिला यात्रा
चित्रकूट। श्रीराम नाम का संकीर्तन करते हुए चित्रकूट के प्रमुख द्वार के संत मदन गोपालदास जी महराज के नेतृत्व में संतों का दल श्री राम जन्म भूमि अयोध्या के लिए मंगलवारकी सुबह रवाना हो गया। विभिन्न मठ व मंदिरों के संतों ने शिलाओं का पूजन कर उन्हें रथ में सवार किया। संत मदनगोपालदास ने कहा कि भगवान श्री राम, मां जानकी के साथ श्रीकामदगिरि पर्वत पर साढ़े ग्यारह साल रहे। उन्हें यहां की मिट्टी, जल व प्रत्येक पत्थर से प्रेम हैं।
हम चाहते हैं कि श्रीरामजी मंदिर के निर्माण में हमारा भी सहयोग चित्रकूट से हो। सभी पवित्र नदियों का जल व पवित्र नगरियों की रज पहले ही अयोध्या पहुँच चुकी है। यात्रा बांदा, फतेहपुर, रायबरेली, लखनऊ होते हुए अयोध्या पहुँचेगी। कामदगिरि शिला यात्रा का पूजन करने के लिए निर्मोही अखाड़ा के महंत व संतोषी अखाड़ा के महंत रामजी दास, निर्मोही अखाड़ा के महंत ओंकर दास निवार्णी अखाड़ा, यज्ञवेदी के महंत सत्यप्रकाश दास, रामायणी कुटी के महंत राम हृदयदास, तुलसी गुफा के संत मोहितदास, भागवत आराधना स्थल जानकीकुंड के जगदीश दास, संत कृष्णा नंदसंकट मोचन हनुमान आश्रम के संत बालक दास आदि शामिल रहे।