ज्ञापन: गुंडागर्दी के माहौल में डॉक्टर कैसे करें उपचार

सतना। स्वास्थ्य अमले खासकर डॉक्टरों के साथ गुंडागर्दी और मारपीट के बाद डॉक्टरों में आक्रोश है। चिकित्सकों की नाराजगी कस्बों से लेकर जिला मुख्यालय तक आ गई है। मंगलवार को मप्र राजपत्रित अधिकारी संघ ने कलेक्टर से  चिकित्सकों के लिए सुरक्षा मांगी है। डॉक्टरों ने डीएम से सवाल किया है कि, यदि आए दिन असामाजिक तत्व डॉक्टरों के गिरेबान पकड़ेंगे तो चिकित्सक पीड़ितों का उपचार कैसे करेंगे। गौरतलब है कि नवंबर में जिले दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों से मारपीट करने की घटनाएं हुई हैं। संघ ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

...कैसे करेंगे कोविड में काम
मप्र राजपत्रित अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष डॉ एमएस तोमर के साथ डॉ आलोक खन्ना, डॉ अमर सिंह, मप्र चिकित्सा अधिकारी संघ के अध्यक्ष डॉ अरुण त्रिवेदी मंगलवार को कलेक्टर से मिले और दोनो घटनाओं पर चिंता जताते हुए कहा कि यदि मरीजों के परिजन ऐसा ही वर्ताव डॉक्टरों के साथ करते रहें तो कोरोना के दौरान हम मरीजों का उपचार कैसे करेंगे। वायरस के चलते वैसे ही भय का वातवरण है और जान जोखिम में डाल जब हम काम कर रहे हैं तो इनाम में हमें गालियां और मारपीट मिलता है। कार्य में बाधा भी डाली जाती है। डॉक्टरों ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

कोरोना के दौरान वैसे भी डॉक्टरों में भय बना है पर फिर भी सरकारी डॉक्टर जान जोखिम में डाल काम कर रहे हैं ताकि मरीजों को परेशानी न हो। इसके बाद जब डॉक्टर व स्वास्थ्य अमले के साथ ऐसी घटनाएं होंगी अपहरण का प्रयास किया जाएगा तो कैसे काम होगा। हमने कार्रवाई की मांग कलेक्टर से की है न हुई तो आगे की योजना बनेगी।
डॉ एमएस तोमर, जिलाध्यक्ष मप्र राजपत्रित अधिकारी संघं