ढावा संचालक के मर्डर का पर्दाफाश, गाली गलौज का बदला लेने हुई थी हत्या

सतना |  27 नवम्बर को रामपुर बाघेलान थाना क्षेत्र अन्तर्गत बेला में हुई ढावा संचालक की हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। ढावा संचालक की हत्या एक मामूली से विवाद में रंगदारी दिखाने के लिए की गई थी। पुलिस ने अंधी हत्या के खुलासे में अनुसंधान के परम्परागत एवं आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया और बेसुराग लग रहे इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए घटना में प्रयुक्त वाहन व आला-ए-कत्ल बरामद कर लिया है। 

महंगा पड़ा बीच बचाव 
गुरुवार को घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 27 नवम्बर को बेला स्थित चौबे ढाबा के संचालक आनंद उर्फ दादूमल चौबे पिता राजेन्द्र चौबे की नृशंसता पूर्वक हत्या कर दी गई थी। हत्या के पीछे की कहानी का खुलासा करते हुए पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 27 नवम्बर को रात तकरीबन साढे 11 बजे ट्रक क्र. एमपी 17एचएच/3566 का चालक कमलेश उर्फ छोटकउआ कोल भोजन करने के इरादे से ढावा पहुंचा। इसी दौरान सड़क की दूसरी ओर पेट्रोल पम्प के सामने दो बाइक लिए हुए पांच युवक खड़े थे जो नशे में आपस में ही वाद- विवाद कर रहे थे।

उन्हीं युवकों में से एक युवक डम्पर के पास पहुंचकर ड्राइवर को ही गाली गलौज करने लगा। यह दृश्य देखकर ढावा संचालक बीच-बचाव करने पहुंचा और उस युवक को डांटकर भगा दिया जो डम्पर चालक से उलझ रहा था। ढावा संचालक की फटकार से नाराज पांचों युवक रीवा पहुंचे और शिल्पी प्लाजा के पीछे पानी टंकी के पास बैठकर ढावा संचालक को मारने की योजना बनाई। कर्वी निवासी हरिकृष्ण सोनी ने दो पिस्टल व कारतूस की व्यवस्था की।

हथियारो की व्यवस्था होते ही आरोपी ढावा संचालक को मौत के घाट उतारने ढावा पहुंच गए। रात तकरीबन डेढ़ बजे पांचों आरोपी पहुंचे तो मोनू तो नहीं मिला लेकिन  ढावे में आनंद उर्फ दादूमल चौबे पिता राजेन्द्र चौबे उम्र 20 वर्ष निवासी बेला मसैजूद मिला जिसे गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया।  घटना की सूचना मिलते ही रामपुर बाघेलान पुलिस ने पुलिस अधीक्षक को सूचना दी और आरोपियों के खिलाफ धारा 302, 34 के तहत मामला कायम कर आरोपियों की तलाश शुरू की। 

बाइक व आला-ए-कत्ल बरामद
ढावा संचालक की हत्या के मामले में विवेचना के शुरुआती चरण में आरोपियों के संबंध में पुलिस के पास कोई सुराग नहीं था। ऐसे में पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने आरोपियों पर इनाम की घोषणा करते हुए टीम गठित की। टीम में हितिका वासल, उप पुलिस अधीक्षक किरण किरो, थाना प्रभारी राजेन्द्र मिश्रा, एसआई राजेन्द्र तिवारी, एएसआई नरेन्द्र सिंह गहरवार समेत अन्य पुलिस कर्मियों को शामिल कर अपराध का अनुसंधान किया गया। विवेचना के दौरान युवकों द्वारा हुए विवाद का मामला सामने आया जिसके बाद पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ी और आरोपियों तक पहुंच गई।

पुलिस ने इस मामले में सिटी कोतवाली रीवा अंतर्गत तरहटी निवासी 20 वर्षीय अमन उर्फ प्रिंस सोनी पिता अशोक सोनी, स्टेचू चौराहा सब्जी मंडी रीवा निवासी दिलीप नामदेव पिता अनिल कुमार नामदेव, गोविंदगढ़ थानान्तर्गत टीकर हाल मुकाम चौपड़ा स्कूल के पास रीवा निवासी मोहित सोनी पिता शिव प्रसाद सोनी, रीवा गुड़हाई बाजार निवासी टिंकू उर्फ हरिशचन्द्र सोनी पिता महादेव सोनी तथा कर्वी चित्रकूट निवासी हरी उर्फ हरिकृष्ण सोनी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

आरोपियों के कब्जे से पल्सर मोटर साइकिल क्र. एमपी 17एमडी/5222, बाइक क्र. एमपी 17एमएफ/6093, एक पिस्टल, दो जिंदा कारतूस, पांच नग मोबाइल एवं घटना के समय आरोपियों द्वारा पकड़े गए कपड़े बरामद किए हैं। पूछताछ में आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए पुलिस को बताया है कि ढावा संचालक द्वारा गाली-गलौज करने के कारण वे गुस्से में थे और इसी रंगदारी में उन्होंने ढावा संचालक की हत्या की है।