कोरोना काल में भी औषधियों का टोटा

सतना | एक तरफ सरकार आयुर्वेद इलाज पर जोर दे रही है, तो वहीं आयुर्वेद औषधालय व चिकित्सालय बिना औषधियों के ही चल रहे हैं। साल गुजरने को है लेकिन इस वर्ष औषधियों की सप्लाई ही नहीं हुई। कोरोना महामारी ने पूरे विश्व में कोहराम मचा रखा है। सरकार ने आयुर्वेद चिकित्सा व औषधिओं पर ही जोर दिया लेकिन अब इसके लिए बजट का रोना विभाग के लिए बना हुआ है। बताया जाता है कि आयुष विभाग के अर्न्तगत संचालित होने वाले आयुर्वेद चिकित्सालय व औषधालयों में इस वर्ष औषधियों की सप्लाई नहीं हुई।

ऐसा पहली बार होना बताया जा रहा है। चिकित्सालयों में दवाइयां न मिलने से असाध्य व गंभीर रोग से पीड़ित मरीजों मायूस होकर खाली हांथ वापस लौटना पड़ता है। बताया जाता है कि पिछले कुुछ माह से ओपीडी की संख्या भी घट गई है, पहले जहां जिला आयुर्वेद चिकित्सालय में सौ से ज्यादा ओपीडी हुआ करती थी लेकिन अब 10 से 20 की संख्या में ही सिमट कर रह गई है। वही जिले के औषधालयों के हाल तो और बुरे हैं। बताया जाता है कि सतना जिले के साथ-साथ पूरे प्रदेश में यही स्थिति बनी हुई है। 

होती है दो बार पर एक बार भी नहीं हुई 

आयुष विभाग मे औषधियों का जबरदस्त संकट है। पिछले साल नवम्बर माह के बाद औषधियों की सप्लाई नही हुई है। भोपाल और ग्वालियर फार्मेशी से हर साल दो बार औषधियों की सप्लाई होती थी लेकिन इस वर्ष एक बार भी नहीं हुई। विभागीय सूत्रों की मानें तो आयुष मंत्रालय से ही बजट का रोना बना हुआ है। दवाइयों के लिए टेंडर तो जारी किए गए थे लेकिन समय पर फंड नही मिला।

अगले साल मिलेगी औषधियां

आयुर्वेद चिकित्सकों को भी इस बात की चिंता सता रही है कि आखिरकार औषधियों का स्टॉक कब तक आएगा। 24 घटें उपलब्ध रहने वाली 100 औषधियों में एक का भी स्टॉक नही है। जानकारों का कहना है कि भोपाल संचालनालय द्वारा दोबार टेंडर प्रक्रिया की गई है संभवत: अगले साल के शुरूआती माह में सप्लाई हो सकती है। 

अब तो त्रिकटु को भी भूलें 
आयुष विभाग ने लॉकडाउन के दौरान कोविड-19 वायरस के फैल रहे संक्रमण को रोकने के लिए जीवन अमृत योजना के तहत त्रिकटु चूर्ण का वितरण किया गया था ताकि लोग इसके सेवन से अपने शरीर में प्रतिरोधक क्षमता बढा सके, लेकिन लगभग तीन- चार माह से इसकी भी सप्लाई बंद कर दी गई है। 

ये सही कि इस वर्ष की औषधियों की सप्लाई अभी तक नही हुई है। औषधालयों में औषधियों के न होने की जानकारी लगातार सामने आ रही है जिसके बाद कार्यालय से औषधियों की सप्लाई के लिए डिमांड लेटर संचालनालय भोपाल भेजा गया है। 
डॉ. रितु द्विवेद, जिला आयुष अधिकारी सतना