अब अपराधियों को पकड़ेगा सतना का निर्मन डाग
रीवा | एसटीआर पचमढ़ी में प्रदेश के 16 डाग स्क्वायड की रिफ्रेश ट्रेनिंग पूरी हुई, जिसमें सतना का निर्मन डाग भी शामिल था। शनिवार को वह ट्रेनिंग पूरी करके सतना वापस आ गया है। दो पालियों में चले ट्रेनिंग में 1 से 8 दिसम्बर तक पहली एवं 12 से 18 दिसम्बर तक दूसरे दल को प्रशिक्षित किया गया है।
गौर करने वाली बात यह है कि वन्य प्राणियों के साथ होने वाले अपराधों को रोकने में डाग स्क्वायड बेहद सहायक है। पचमढ़ी में रिफ्रेश ट्रेनिंग के दौरान सतना के निर्मन डाग को जो ट्रेनिंग दी गई है उसके बाद वह विंध्य क्षेत्र के जंगलों में वन्य प्राणियों पर हो रहे अपराधों की धरपकड़ आसानी से कर सकेगा। गौर करने वाली बात यह है कि सभी स्क्वायड को यूनिफार्म और किट भी दिया गया है। वन मण्डल द्वारा आयोजित की गई यह ट्रेनिंग देश की पहली ट्रेनिंग बताई गई है। माना यह जा रहा है कि प्रशिक्षण के बाद लौटे निर्मन के द्वारा विंध्य के जंगलों में होने वाले अपराधों पर अंकुश लगेगा।
पूर्व से प्रशिक्षित है निर्मन
सतना वन मण्डल के निर्मन डाग को पूर्व से प्रशिक्षण दिया गया है। जर्मन शेफर्ड प्रजाति के इस डाग की उम्र 6 वर्ष बताई गई है। पूर्व में इसे स्वान प्रशिक्षण संस्था बीएसएफ एकेडमी टेकनपुर ग्वालियर से दी गई थी। जिसका ट्रेड वाइल्ड लाइफ स्रीफर था। जनवरी 2016 से 10 अक्टूबर 2016 तक प्रशिक्षण दिए जाने के बाद यह सतना में पदस्थ है। निर्मन के हैण्डलर राजकिशोर प्रजापति वन रक्षक एवं सहायक हैण्डलर अशोक कुमार गुप्ता स्थायी कर्मी बताए गए हैं।
अपराधियों का लगा चुका है सुराग
15 अक्टूबर 2020 को दक्षिण वन मण्डल पन्ना के वन परिक्षेत्र शाहनगर में चिंकारा एवं जंगली सुअर के शिकार मामले में निर्मन ने इस मामले को सूंघकर पता लगाया है। बताया गया है कि जब निर्मन को वन परिक्षेत्र शाहनगर लाया गया, उस दौरान बीट रमगढ़ा में अपराधियों की खोज किया है। बताया गया है कि वह स्वयं खोज करता हुआ मौका स्थल तक टीम को ले गया है। इस दौरान घटना स्थल पर मृत चिंकारा का कटा हुआ सिर तथा जंगली सुअर का उबला हुआ मांस जब्त किया गया था। प्रकरण में जांच के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। खास बात यह है कि सतना वन मंडल में पदस्थ निर्मन पूर्व से ही सूंघकर किसी चीज का पता लगा लेता था।