किसान बिल का विरोध, सतना में भी तनी मुट्ठियां
सतना। राजधानी में किसान बिल को लेकर चल रहे विरोध में बेशक सतना के किसान शामिल न हो पाएं लेकिन किसान बिल को लेकर यहां भी गुस्से में किसानों की मुट्ठियां भिंची हुई हैं। शनिवार को किसान बिल को लेकर किसानों व कांग्रेस सेवादल ने प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन सौंपा। सौंपे गए दोनो ज्ञापनों में किसान बिल को काला कानून की संज्ञा दी गई है।
किसानों ने कहा-वापस लें बिल
भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले जिले के किसानों ने केन्द्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि एवं किसान विरोधी बिलों को काला कानून बताते हुएइसे वापस लेने की मांग की है किसान बिल के विरोध में जिला कलेक्टेÑट में धरना देकर सिटी मजिस्ट्रेट एवं एसडीएम राजेश शाही को ज्ञापन सौंपा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष जगदीश सिंह व अध्यक्षता यूनियन के जिलाध्यक्ष इन्द्रजीत पाठक ने की।
धरना स्थल पर किसान पंचायत का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष अमृतलाल पटेल, महासचिव महेन्द्र सिंह, संगठन मंत्री द्वारिका प्रसाद तिवारी, दिलीप सिंह, चिंतामणि कुशवाह, ठाकुर प्रसाद सिंह, नागेन्द्र नाथ पटेल, दयाशंकर, राजेन्द्र सिंह, मुकेश कुशवाहा सहत अन्य वक्तओ ने अपने विचार रखे। उक्त कार्यक्रम को मजूरी के जिलए टाउन हाल सेमरिया चौक से कलेक्ट्रेट रैली निकालने का आवेदन किया गया था लेकिन सत्ताधीशों के दबाव के कारण रैली निकालना तो दूर किसानो के ट्रेक्टर ट्राली भी कलेक्टेट धरना स्थल तक ले आने में पुलिस प्रशासन द्वारा रोका गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से केबी सिंह, गंगा पटेल, जय सिंह, धीरेन्द्र पटेल, भोले सिंह, सुग्रीव सिंह, राम सिंह, रामविश्वास, राकेश पांडेय सहित अन्य किसानों व महिलाओं ने भाग लिया।
किसान आंदोलन सही, काला कानून ला रही सरकार
सरकार की काला कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर जिला कांग्रेस सेवादल ने जिला कलेक्ट्रेट में एसडीएम राजेश शाही को राष्टÑपति के नाम ज्ञापन सौंपा। जिला कांग्रेस सेवादल के जिलाध्यक्ष बरमेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि, यह कृषि कानून ईस्ट इंडिया कम्पनी जैसे किसानों को गुलाम बनाने का षड़यंत्र है।
मप्र के संदर्भ में पूर्ववर्ती सरकार द्वारा किए गए किसानों की कर्जमाफी के नोटीफिकेशन को पूर्णत: कर्जमाफी के साथ-साथ पशुधन के लिए गौशाला का निर्माण प्रत्येक ग्राम पंचायत में शीघ्र कराकर सुव्यवस्थित संचालन की मांग की गई है। कृषि उपज के न्यूनतम समर्थन मूल्य को मंहगाई के अनुपात में बढ़ाया जाए। ज्ञापन सौंपने वालों में मकसूद अहमद जिलाध्यक्ष शहर कांग्रेस, उर्मिला त्रिपाठी, अजीत सिंह, राम प्रताप कुशवाहा लाला, अभयराज सिंह, डोली चौरसिया, गुलाब सोनी, शाबिर खान, रामकुमार तिवारी, निशा सिंह, बरमेन्द्र प्रताप सिंह, गुंजन चौरसिया, संतोष पांडेय, उमा सिंह, सलिल मिश्रा, संतोष प्रजापति, हर्ष तिवारी, धर्मेन्द्र कुशवाहा, संजय तिवारी, रामनरेश विश्वकर्मा, राजेन्द्र सतनामी, मनमोहन वर्मा, बेटू लोधी, राजललन सिंह, लवकुश शुक्ला सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।