मिक्सोपैथी बिल का विरोध, आज डाक्टर नहीं करेंगे इलाज
सतना | अगर आप शुक्रवार 11 दिसंबर को अपने रूटीन चेकअप अथवा इलाज के लिए डॉक्टर के पास जाना चाहते हैं तो ठहरिये। आपको एक दिन इन्तजार करना पड़ सकता है क्योंकि शुक्रवार को डॉक्टर्स उपलब्ध नहीं होंगे। हालांकि आपात सेवायें एवं कोविड मरीजों का इलाज जारी रहेगा।
दरअसल, डॉक्टर्स ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के आह्वान पर शुक्रवार 11 दिसंबर को चिकित्सा कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया है। आईएएम की सतना इकाई के प्रेसीडेंट डॉ. प्रवीण श्रीवास्तव एवं सचिव डॉ. अनुज पांडेय ने बताया कि मिक्सोपैथी बिल के विरोध में आईएमए ने देश भर में विरोध प्रदर्शन का निर्णय लिया है। इसके तहत शुक्रवार को 11 दिसंबर को सुबह 6 से शाम 6 बजे तक चिकित्सक रूटीन इलाज के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे। सिर्फ आपात सेवायें और कोरोना मरीजों का उपचार ही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम यह जानते हैं कि इस निर्णय से आम जनता को खासी परेशानी होगी लेकिन हमारा विरोध भी जनहित में है। इसका लाभ आम जनता को ही मिलना है।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में गुरुवार को एक बैठक भी हुई है जिसमेंंविरोध दिवस की रूपरेखा तय की गई है। बैठक में आईएमए के प्रेसीडेंट डॉ. प्रवीण श्रीवास्तव, सेक्रेटरी डॉ. अनुज पांडेय, डॉ.आशीष जैन, डॉ. राकेश जैन, डॉ. सीएस झा,डॉ. रजनीश जैसवाल,डॉ. डीएन गौतम, डॉ. सुनील कारखुर, डॉ. आलोक खन्ना, डॉ. राजीव गुप्ता, डॉ. सुदीप अग्रवाल,डॉ. राकेश त्रिपाठी,डॉ. प्रवीण राजपाल,डॉ. सुनील अग्रवाल,डॉ. जसपाल बीना, डॉ. रेखा पांडेय आदि की उपस्थित रही।
काले कानून का विरोध
प्रेसीडेंट डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि केंद्र सरकार ने मिक्सोपैथी बिल तैयार किया है जिसके अंतर्गत हमारे आयुष एवं आयुर्वेदिक चिकित्सक कई प्रकार की शल्य क्रिया कर सकते हैं जो कि निश्चित रूप से ही आमजन के लिए जानलेवा साबित हो सकती है। ये काला कानून है जिसका विरोध आवश्यक है। इस प्रदर्शन के जरिये आईएमए केंद्र सरकार को यह भी याद दिलाना चाहती है कि आयुष्मान एवं आयुर्वेद डॉक्टर मामूली दवाएं, पेन किलर तथा एंटीबायोटिक तक नहीं लिख सकते हैं एवं वे आईसीयू आदि में भी अपनी सेवाएं नहीं दे सकते हैं क्योंकि उन्होंने उसके लिए सूक्ष्म और गहन पढ़ाई नहीं की है। इसके बाद भी केंद्र सरकार मिक्सोपैथी जैसा काला कानून पास कर रही है।