गुना मामले में छह पुलिसकर्मी सस्पेंड, मजिस्ट्रियल जांच के भी दिए आदेश

गुना | मध्य प्रदेश के गुना में दलित किसान दंपति के साथ प्रशासन के अधिकारियों ने जिस तरह से मारपीट की, इस मामले पर विवाद बढ़ता जा रहा है, जो तस्वीर सामने आई है वो दिल दुखाने वाली है क्योंकि एक तरफ पुलिस पति-पत्नी को पीट रही है तो दूसरी ओर उनके बच्चे रो रहे हैं और अपने मां-बाप को बचाने की कोशिश में हैं। बुधवार को वायरल हुए इस वीडियो पर जैसे ही बवाल बढ़ा, तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक्शन लिया।

अब सरकार ने इस मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश भी दे दिए हैं। एक माह में जांच रिपोर्ट देने को कहा गया है। वहीं इस मामले में छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड भी कर दिया। दिग्विजय सिंह और कमलनाथ ने भी मामले में सवाल खड़े किए हैं। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया ने घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मुख्यमंत्री से दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का अनुरोध किया। सरकार ने औद्योगिक केंद्र विकास निगम के प्रबंध संचालक कुमार पुरुषोत्तम को गुना कलेक्टर बनाया है। आइजी पुलिस मुख्यालय में पदस्थ अविनाश शर्मा को ग्वालियर रेंज का नया आइजी व 26 वीं वाहिनी गुना के सेनानी राजेश कुमार सिंह को नया एसपी बनाया गया है।

आयोग ने संज्ञान लिया
मध्यप्रदेश मानवअधिकार आयोग ने गुना में दलित की पिटाई के मामले में संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों से तीन सप्ताह में जवाब मांगा है। आयोग की ओर दी गई जानकारी के मुताबिक, गुना जिले के जगनपुर चक में साइंस कॉलेज के लिए आवंटित भूमि में कब्जा हटाने के दौरान एक दलित दंपती की पिटाई के मामले में पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर, एसपी गुना तथा कलेक्टर गुना से तीन सप्ताह में जवाब प्रस्तुत करें। 

इनको किया सस्पेंड
गुना के हटाए जा चुके एसपी तरुण नायक ने दलित परिवार की पिटाई के मामले में एक सब इंस्पेक्टर समेत छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। इसमें दो महिला और तीन आरक्षक शामिल हैं। थाना कैंट के एसआई अशोक सिंह कुशवाह के साथ पुलिस लाइन के आरक्षक राजेंद्र शर्मा, पवन यादव, नरेंद्र रावत, नीतू यादव, रानी रघुवंशी को निलंबित कर दिया है।  

अफसर ने दलित दंपत्ति से डेढ़ घंटे की पूछताछ
गुना में दलित दंपती की पिटाई मामले की जांच शुरू हो गई है। इसका जिम्मा भोपाल के एक सीनियर आईपीएस इंद्र प्रकाश हरजारिया को दिया गया है। वह गुरुवार दोपहर जांच के लिए गुना पहुंचे। उन्होंने जिला अस्पताल में बंद कमरे में दलित दंपती से करीब डेढ़ घंटे तक पूछताछ की। इसके बाद घटनास्थल पर भी गए। इधर, गुना से हटाए गए एसपी तरुण नायक ने दलित दंपती की पिटाई के मामले में एक एसआई समेत छह लोगों को निलंबित कर दिया है। बता दें कि दलित दंपती की पुलिस द्वारा पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने गुना एसपी और कलेक्टर को हटा दिया था। मध्य प्रदेश राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष डॉ. आनंद अहिरवार गुना पहुंचे। उन्होंने अस्पताल में पीड़ितों से मिले और उच्चस्तरीय जांच की मांग की।