सबको साथ लेकर चलो, भाजपा से लड़ो, निकाय चुनाव की तैयारी करो: दिग्विजय सिंह

सतना धार्मिक यात्रा पर  सपत्नीक निकले प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह बुधवार को सतना के स्थानीय कार्यक्रमों से फारिग होकर चित्रकूट चले गए। वहां कामता नाथ के दर्शन के बाद वापस रात सवा 12 बजे सतना सर्किट हाउस लौट आए। रात्रि विश्राम के बाद सुबह लगभग 9 बजे तैयार होकर कमरे से बाहर आए तो कांग्रेसियों की भीड़ सामने रही।

दिग्विजय की नजरे पुराने कांग्रेसियों को तलाश रही थीं। उन्हें कुछ चेहरे नजर आए तो नाम से पुकारकर अपने पास बुलाया और हाल-चाल पूछा। इनमें पूर्व मंत्री सईद अहमद, पूर्व विधायक तोषण सिंह, डॉ. पीडी पटेल, डीसीसी के पूर्व जिलाध्यक्ष गिरीश शाह आदि शामिल रहे। कुनकुनी धूप में सर्किट हाउस के लॉन में घूम-घूम कर बातें करते रहे। इस दौरान कुछ लोेगों ने जिलाध्यक्ष शहर के अध्यक्ष को लेकर असंतोष जताया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पूर्व मंत्री सईद अहमद की तरफ से भी उनके समर्थकों ने सईद की उपेक्षा की शिकायत की। कहा, उन्हें किसी कार्यक्रम में बुलाया नहीं जाता।

कांग्रेस का संगठन बेहद कमजोर हो चुका है। इसपर दिग्विजय सिंह ने मौके पर मौजूद  जिलाध्यक्ष मकसूद अहमद को तलब किया। कहा कि, सबको साथ लेकर चलें। नाराज लोगों को मनाएं। उनके घर जाएं। उनकी समस्या का हल निकालें। दिग्विजय सिंह ने समझाया कि, वो जब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष थे ब्लाक अध्यक्षों के तक घर जाते थे। उनकी मदद करते थे। आपको भी सईद अहमद के घर जाकर समस्या का समाधान करना चाहिए। कांग्रेस को मजबूत करना चाहिए। 

जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गिरीश शाह ने भी शिकायती लहजे में कहा कि, अध्यक्ष मुझे कांग्रेसी तक नहीं मानते। जिसके जवाब में मकसूद ने सदस्यता बही जमा न करने की बात कही। गिरीश ने जवाब दिया कि उन्होंने दो कॉपी जमा की हैं फिर भी मुझे सदस्य नहीं बनाया गया।

दिग्विजय ने समझाया कि इतने पुराने कांग्रेस नेता को सदस्य जरूर बनाएं। उनके घर जाकर शिकायत का निदान करें। दिग्विजय ने समझाया कि, आपस में नहीं भाजपा से लड़ें। नगरनिगम चुनाव की तैयारी करें। कुछ शिकायतें बालेंद्र त्रिपाठी की तरफ से भी की गर्इं। शिकायतों को लेकर देरशाम सईद अहमद स्टार समाचार से कहा, राजनैतिक दलों में यह सब चलता रहता है। लेकिन यह भी सही है कि, कुछ लोगों ने संगठन में बदलाव की मांग दिग्विजय से जरूर की है। जहां तक मुझे बुलाने की बात है मकसूद कभी फोन नहीं करते, हों वो मैसेज देते है। कई बार उनका मैसेज देख लेता हूे कइ बार नहीं देख पता।

इस शिकायत पर कि मकसूद जानबूझकर उनके खिलाफ मुकदमें लेते और लड़ते हैं। सईद ने कहा कि, यह व्यवसायिक मसला है। इसपर मुझे टिप्पणी नहीं करना। शिकायतों के मद्देनजर मकसूद ने कहा, उन्हें दूर किया जाएगा। वो भी निचले स्तर के कार्यकर्ताओं के घर जाकर असंतोष दूूर करने की कोशिश करेंगे।  उन्होंने कहा कि, ये सब मामले सामान्य हैं, निपटा लिए जाएंगे। कार्यकर्ता निगम चुनाव की तैयारी में जुट जाएं।