छात्रों का साल बर्बाद करने पर आमादा विश्वविद्यालय
रीवा | अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय छात्रों का साल बर्बाद करने पर उतारू हो गया है। बड़े पैमाने पर विश्वविद्यालय के विभिन्न कोर्स के जारी रिजल्ट पर खामियां मिल रही हैं जिसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। वहीं खासतौर पर ऐसे छात्रों के साल बर्बाद होने का खतरा बढ़ गया है जो अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा दे चुके हैं। कई ऐसे प्रकरण सामने आए हैं जहां विद्यार्थियों ने ओपेन बुक परीक्षा दी है फिर भी वह फेल हो गए हैं।
छात्रों का कहना है कि जब उन्होंने सामने किताब रखकर प्रश्न हल किए हैं तो वह गलत कैसे हो गए और छात्रों को किस आधार पर फेल कर दिया गया। रिजल्ट सुधरवाने, कॉपी के फिर से जंचने और अनुपस्थिति की त्रुटि को सुधरवाने के लिए आवेदनों का अंबार लग गया है। वहीं जिन छात्रों को पीजी के लिए एप्लाई करना था वह चाहकर भी नहीं कर सके क्योंकि जब तक एडमीशन चलते रहे उनका रिजल्ट जारी नहीं हुआ और जब रिजल्ट घोषित हुआ तो उसमें कई खामियां रहीं और एडमीशन प्रक्रिया भी संपन्न हो गई।
गलती करे विवि भुगतें छात्र
परीक्षा में उपस्थित होने के बाद भी सैकड़ों छात्र ऐसी शिकायत लेकर आ रहे हैं कि उन्हें फेल कर दिया गया है। जबकि उन्होंने पास होने लायक अंक पाए हैं जो वेबसाइट में दर्शाए भी जा रहे हैं। सूत्रों से पता चला है कि कई छात्रों की कॉपियां ही गायब हो गई हैं। ऐसे में वह छात्र क्या करें जिसका रिजल्ट विश्वविद्यालय के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण खराब हुआ है। वहीं विश्वविद्यालय की ओर से प्राइवेट कॉलेजों द्वारा भेजे गए नंबर भी गायब हो गए हैं जिसके कारण कई विषयों के रिजल्ट में पेंच फंसा हुआ है।
स्टॉफ की कमी
त्रुटि सुधरवाने आने वाले छात्रों की संख्या हजारों में है और काम करने वाले स्टॉफ गिनती भर के हैं। यही वजह है कि प्रतिदिन प्रशासकीय भवन के अंदर रिजल्ट सेल, परीक्षा सेल, गोपनीय कार्यालय जैसे विभागों में छात्रों की कतारें लगी रहती हैं। सभी छात्र समय पर अपने रिजल्ट को सुधरवाने के लिए जद्दोजहद करते रहते हैं। मगर उनके आने का कोई फायदा नहीं होता। अधिकारी उन्हें अगली तारीख दे देते हैं और जब त्रुटि सुधर जाती है तो दूसरे पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने की तिथि भी गुजर जाती है।