कौन बनेगा विवि कुलपति सोमवार तक होगा फैसला
रीवा | अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय का कुलपति कौन होगा। इसका फैसला संभवत सोमवार या मंगलवार को हो जाएगा। राजभवन बीते दो दिनों से कुलपति के दावेदारों और सर्च कमेटी का इंटेरेक्शन और साक्षात्कार चल रहा था जो सम्पन्न हो चुका है। बता दें कि इस बार कुलपति के चयन प्रक्रिया में विश्वविद्यालय के किसी भी प्रोफेसरों को साक्षात्कार के लिए नहीं बुलाया गया। यह बात स्पष्ट हो चुकी है कि अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के नए कुलपति बाहरी होंगे।
गौरतलब है कि विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति प्रो. पीयूष रंजन अग्रवाल के इस्तीफा देने के बाद विवि के वरिष्ठ प्रोफेसर एनपी पाठक को कुलपति का प्रभार दिया गया और उसके बाद से ही नए कुलपति की नियुक्ति करने के लिए जद्दोजहद शुरू हो गई। इस बार के चयन प्रक्रिया में एक ही बदलाव रहा कि कुलपति सर्च कमेटी के एक सदस्य कार्य परिषद से नहीं चुने गए बल्कि राज्य सरकार की ओर से सदस्य मनोनीत किए गए। बाकी राजभवन और यूजीसी की ओर से एक-एक सदस्य मनोनीत किए गए थे।
तीनों सदस्यों ने आपस में बैठकें की और अंतिम दिन आवेदकों का नाम फाइनल किया। बताया गया है कि वह तीन आवेदक कौन है यह जानकारी गोपनीय है। सर्च कमेटी जिसे भी अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के नए कुलपति को चुने अंतिम फैसला मध्य प्रदेश की राज्यपाल और विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति का होगा। जिसे राज्यपाल चाहेंगे उसे कुलपति बना देंगे।
पिछली बार विवि से गए थे तीन प्रोफेसर
ताज्जुब की बात यह है कि इस कुलपति की चयन प्रक्रिया में अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के किसी भी प्रोफेसर को इंटरव्यू के लिए नहीं बुलाया गया। जबकि पिछली बार विश्वविद्यालय से तीन प्रोफेसर को इंटरव्यू के लिए चयनित किया गया था। जिनमें से वर्तमान प्रभारी कुलपति प्रो. एनपी पाठक, प्रो. शोभा तिवारी और प्रो. सुनील तिवारी का नाम शामिल था। मगर इस बार राजभवन की ओर किसी को बुलावा नहीं आया।
ऐसे में विश्वविद्यालय के उन प्रोफेसरों को इस बात का अफसोस है कि जो कुलपति बनने की पात्रता रखते हैं। सूत्रों के हवाले से प्राप्त जानकारी के मुताबिक विश्वविद्यालय के किसी भी दावेदार को इंटरव्यू में न बुलाने की वजह यह है कि आवेदन भरते समय ही प्रोफेसर एक-दूसरे की टांग खिचाई करने में लग गए थे। कोई किसी पर झूठे आरोप लगा रहा था तो पुराने प्रकरणों को भोपाल तक पहुंचाया जा रहा था। जिसके कारण कई प्रोफेसर के आवेदन ही नहीं स्वीकार नहीं किए गए तो कइयों को एनओसी भी नहीं मिली।
डॉ. भरत मिश्रा के व्हीसी बनने की संभावनायें ज्यादा
चित्रकूट विश्वविद्यालय के भौतिक शास्त्र के प्रोफेसर डॉ. भरत मिश्रा के विश्वविद्यालय के नए कुलपति बनने की संभावनायें ज्यादा बताई जा रही है। सूत्रों की मानें तो अंतिम तीन आवेदकों में से एक नाम डॉ. मिश्रा का है। यह भी पता चला है कि डॉ. मिश्रा को व्हीसी बनाये जाने के लिए उच्च स्तर से जोर दिया जा रहा है।
हलांकि डॉ. भरत मिश्रा के पास 27 साल के रिसर्च और अध्यापन का अनुभव है। इसके अलावा उनके द्वारा 85 से अधिक रिसर्च पेपर, तीन किताबें पब्लिस की गई है। उन्होंने 40 से अधिक राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय सेमिनार, कान्फे्रेंस, वर्कशॉप और ट्रेनिंग में हिस्सा ले चुके है। बताया गया है कि डॉ. मिश्रा के गाइन्डेंस में तैयार की 20 पीएचडी थिसिस को एवार्ड मिल चुका है। साल 2011 में वह बेस्ट साइंस रिसर्च से सम्मानित किए गए थे।