पहले पढ़ाएंगे फिर करेंगे प्रशासनिक कार्य

रीवा। सरकारी महाविद्यालय में पदस्थ प्राध्यापक-सहायक प्राध्यापक पहले कक्षाओं में पढ़ायेंगे, उसके बाद कॉलेज या अन्य प्रशासनिक कार्य की जिम्मेदारी सम्हालेंगे। इस बाबत प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा ने गत दिवस आदेश जारी किए हैं। प्रमुख सचिव ने कक्षाओं में पढ़ाने से बचने वाले प्राध्यापकों पर नकेल कसने की एक और कोशिश की है। बता दें कि गत माह भी प्रमुख सचिव ने ऐसा ही एक आदेश कॉलेज प्राचार्यों के लिए जारी किया है। 

गौरतलब है कि अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा क्षेत्रीय कार्यालय रीवा अंतर्गत 66 सरकारी कॉलेज हैं, जिनमें 34  प्राध्यापक व 445 सहायक प्राध्यापक पदस्थ हैं। इनमें से अधिकांश प्राध्यापक व सहायक प्राध्यापक सरकारी काम का बहाना कर कक्षाओं से दूरी बनाए हुए हैं। जिन पर लगाम कसने की कोशिश प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा द्वारा की जा रही है। 

शैक्षणिक कार्य करें सुनिश्चित
बीते शनिवार को जारी पत्र में प्रमुख सचिव ने कहा है कि कॉलेज प्राचार्य या प्रभारी प्राचार्य द्वारा कुछ प्राध्यापकों को प्रशासनिक कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं, जिसका हवाला देकर संबंधित प्राध्यापक कक्षाओं ने नदारद रहते हैं। प्रमुख सचिव ने कॉलेज प्राचार्यों को निर्देशित किया है कि प्राध्यापक शैक्षणिक कार्य के बाद ही प्रशासनिक कार्य करें, यह सुनिश्चित किया जाये। 

गत माह प्राचार्यों पर कार्रवाई की दी चेतावनी
गत माह प्रमुख सचिव ने ऐसे ही एक आदेश में उल्लेख किया है कि प्राध्यापक व सहायक प्राध्यापक परीक्षा, निरीक्षण व विभिन्न समितियों के सदस्य के रूप में काम कर रहें हैं, जिसकी आड़ लेकर अक्सर प्राध्यापक-सहायक प्राध्यापक कक्षाओं से अनुपस्थित रहते हैं। परिणामस्वरूप विद्यार्थियों की कक्षाओं पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। पत्र में निर्देशित किया गया है कि निर्धारित समय-सारिणी के अनुरूप किसी भी प्राध्यापक-सहायक प्राध्यापक को किसी भी काम से कॉलेज छोड़ने की अनुमति न दी जाये। यदि महाविद्यालयीन समय पर प्राध्यापक किसी अन्य काम का हवाला देकर गायब रहे तो संबंधित प्राध्यापक के साथ ही नियंत्रणकर्ता प्राचार्य पर कार्रवाई होगी।